यह धरती कबीर तुलसी रसखान की आओ देखे झाँकी हिंदुस्तान की । यह धरती कबीर तुलसी रसखान की आओ देखे झाँकी हिंदुस्तान की ।
रिमझिम बरीस बरसे। आया सावन झुमो जरा। रिमझिम बरीस बरसे। आया सावन झुमो जरा।
राम अवतारा, अली का दुलारा जय हो परब्रह्म प्रभकरा, राम अवतारा, अली का दुलारा जय हो परब्रह्म प्रभकरा,
एक दिन यह अबला सबल हो जाएगी एक दिन यह अबला सबल हो जाएगी
मोम का दिल आग दोनों हाथ में लेकर चला है। मोम का दिल आग दोनों हाथ में लेकर चला है।
अपनों के उपहार, सखी री ! दीप जला। अपनों के उपहार, सखी री ! दीप जला।